वास्तु दोष दूर करने के उपाय- (बिना पैसे खर्च किए)

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में वास्तुदोष तथा वास्तु संबंधी नियमों का विशेष महत्व होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में यदि वास्तु संबंधी कोई भी दोष होता है तो इसका नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर जरूर पड़ता है, उस घर में सुख और शांति का हमेशा अभाव बना रहता है।

घर के वास्तुदोष को दूर करने के उपाय👇

वास्तु शास्त्र में स्वास्तिक का विशेष महत्व है। घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वास्तु दोष कम होता है तथा मंगल ग्रह के दोष भी समाप्त होते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर को साफ सुथरा और रोशनी से भरपूर होना बहुत आवश्यक है, यदि घर में पॉजिटिव एनर्जी चाहते हैं तो घर के वायव्य कोण पर दीपक जलाकर रखें।



वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर में वास्तु दोष है तो घर के ईशान कोण में कलश रखना सबसे उचित माना जाता है। ध्यान रखें कि कलश कहीं से भी टूटा हुआ नहीं होना चाहिए। हिंदू मान्यताओं के अनुसार कलश को भगवान गणेश का स्वरूप माना जाता है।



गणेश जी को सुख देने वाला और विघ्नों का नाश करने वाला माना जाता है। घर में कलश स्थापना के बाद सभी काम बिना किसी बाधा के पूरे हो जाते हैं।

नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर भगाने के लिए घर में हर चीज़ को व्यवस्थित रखें। घर में चीज़ों को व्यवस्थित रखने से घर के सभी लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

हिंदू धर्म में शंख को बहुत पवित्र माना जाता है। जिन घरों में शंख रखा जाता है और उसकी पूजा की जाती है, वहां किसी भी तरह का वास्तु दोष नहीं होता है। रोजाना शंख बजाने से घर से नकारात्मकता दूर होती है।



जिन घरों में नियमित रूप से देवी-देवताओं की पूजा होती है और घंटी बजाई जाती है वहां पर वास्तु दोष नहीं पैदा होता है। घर पर नियमित रूप से घंटी बजाने पर सकारात्मकता बनी रहती है।

वास्तुशास्त्र में घोड़े को बेहद माना गया है. काले घोड़े की नाल मुख्य द्वार पर लगानी चाहिए, जिससे घर में सुरक्षा एवं सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती हैं ।




घर में बंद पड़ी घड़ियां अशुभ होती हैं, इसलिए घर में बंद पड़ी घड़ियों को या तो घर से हटा दें या ठीक करवाकर ही लगाएं



घर के अग्निकोण में भगवान गणेश की तस्वीर या मूर्ती लगाने से धन समृद्धि की कोई कमी नहीं होती है ।



घर की अग्निकोण दिशा में मनी प्लांट का पौधा लगाएं जिससे नौकरी या व्यवसाय में बहुत सफलता मिलती है ।



घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए समय समय पर रामचरित का पाठ या सुंदरकांड का पाठ करवाते रहें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकाल जाएगी ।






घर के ईशान कोण में उड़ते पक्षियों, उगते सूरज या नदियों की तस्वीर लगाकर रखें ।



अगर घर में किसी जगह पर वास्तु दोष बन रहा हो तो वहां दो कपूर की टिकिया रख दें। जब वो टिकिया पिघल कर खत्म हो जाएं तो दो और टिकिया रख दें। अगर आप उन्हें ऐसे ही बदलते रहेंगे तो वास्तुदोष निर्मित नहीं होगा।



बाथरूम में नीले रंग के मग और बाल्टी ही रखें। एक कटोरे में खड़ा नमक भरकर बाथरूम-टॉयलेट के किसी कौने में रखें।

अगर घर में किसी भी तरह का वास्तु दोष है तो घर को स्वास्तिक चिन्ह, मांडना और पौधों से सजाएं। पीले, गुलाबी और हल्के नीले रंग का प्रयोग करें। भारी सामान जैसे लोहे की अलमारी, पलंग, फ्रिज आदि दक्षिण दिशा में रखें। घर में चीजों का स्थान बदलकर भी वास्तु दोष को ठीक किया जा सकता है।


वैसे तो आपका शयन कक्ष दक्षिण-पश्चिमी दिशा में होना चाहिए या उत्तर दिशा भी ठीक है लेकिन यदि शयन कक्ष अग्निकोण में हो तो पूर्व-मध्य दीवार पर शांत समुद्र का चित्र लगाना चाहिए। सिर हमेशा पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर ही रखना चाहिए।इससे आपके स्वभाव में बदलाव होगा तथा अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा।

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